एक
जैसे सूरज के होने से
दिन का होना
रात होने से
होना चाँद सितारों का
जैसे आकाश के होने से
विस्तार का होना
सागर होने से
होना गहराई का
जैसे बसंत के होने से
कूकना कोयल का
सावन होने से
झूलों का पड़ना
जैसे साँसों के होने से
जीवन का चलना
तेरे होने से
होना मेरा।
दो
तेरा हँसना
सर्द में धूप का खिलना
तेरा मुस्कराना
रात में चांदनी का फैलना
तेरा स्पर्श
सारी खुशियों का दामन में सिमट आना
तेरा रोना
सावन में फुहार का गिरना
तेरा रूठना
आसमान में बादलों का घिरना
तेरा बोलना
राग मल्हार को सुनना
और तेरा होना
जीवन में अर्थ का होना।
तीन
तेरा होना
मन में आशंकाओं का घुमड़ना
तेरा होना
माथे पे चिंता की लकीरों का खिंचना
तेरा होना
दहेज़ का बंधक होना
तेरा होना
जल कर मरने की खबरों का होना
तेरा होना
15 /12 का होना
तेरा होना
मन में डर के दरिया का बहना।
चार
तेरा होना
सरोज स्मृति का लिखा जाना